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योग सभी व्यक्तियों के लिये लाभदायी है। इसका अभ्यास सभी आयु वर्ग के व्यक्ति अपनी शारीरिक अवस्था के  अनुसार कर सकते हैं। लेकिन विद्यार्थियों के लिए योग बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल शारीरिक शक्ति देता है, बल्कि यह स्मरण शक्ति तथा एकाग्रता को बढाता है। यह शरीर के साथ मन व मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली क्रिया है।

विषय सुची :-

• योग का महत्व विद्यार्थियों के लिये
• योग का प्रभाव
• विद्यार्थियों के लिये योगाभ्यास
• आसन
• प्राणायाम

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विद्यार्थियों के लिये योग का महत्व

योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नही है। यह मन व मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली एक महत्वपूर्ण क्रिया है। यह अध्ययन की एकाग्रता को बढाता है। एकाग्रता अध्ययन लिए जरूरी है। अत: विद्यार्थियों के लिये योग बहुत महत्वपूर्ण है। 

योग केवल आसन-प्राणायाम नही है। यह एक उत्तम जीवनशैली है। अनुशासन, सही खान-पान, उचित व्यवहार योग के अभिन्न अंग हैं। विद्यार्थियों को योग कैसे प्रभावित करता है? आईए इसको विस्तार से समझ लेते हैं।

योग का प्रभाव :

नियमित योग विद्यार्थी के जीवन को प्रभावित करता है। यह कई सकारात्मक बदलाव लेकर आता है :--

• अनुशासन :- अनुशासन योग का पहला कदम है। विद्यार्थी-जीवन मे तो अनुशासन का बहुत अधिक महत्व है। योग से जीवन अनुशासित होता है। सुबह सूर्योदय से पहले उठना, नित्य-क्रिया के बाद योगाभ्यास, सही समय पर भोजन करना, अध्ययन करना ये सब अनुशासन हैं।

• आसन से शारीरिक मजबूती :- योगाभ्यास मे आसन शरीर को सुदृढ करते हैं। यह शरीर के अंगों को मजबूती देते हैं। यह सभी आंतरिक अंगों हार्ट, लंग्स, किडनी, लीवर व पेनक्रियाज को स्वस्थ रखने मे सहायक होते हैं।

• श्वसनतंत्र के लिये प्राणायाम :- "प्राणायाम" योग का महत्वपूर्ण अंग है। यह श्वसनतंत्र को सुदृढ करता है। शरीर के राशायनों को सन्तुलित रखता है। और BP को सामान्य रखने मे सहायक होता है। 

• मन व मस्तिष्क :- योग मन व मस्तिष्क को प्रभावित करता है। 

• स्मरण शक्ति :- नियमित योग स्मरण शक्ति की वृद्धि करता है।

• एकाग्रता :- यह विद्यार्थियों की एकाग्रता को बढाता है।

विद्यार्थियों के लिए योगाभ्यास :

नियमित योग विद्यार्थियों के लिये लाभदायी होता है। पहले आसन का अभ्यास करें। आसन के बाद प्राणायाम का अभ्यास करें।

आसन।

विद्यार्थियों के लिये आसन का अभ्यास बहुत लाभदायी होता है। आसन शरीर को सुदृढ करते हैं। ये शरीर के सभी अंगों को सक्रिय रखते हैं, तथा रीढ व पेट के सभी अंगों को स्वस्थ रखते हैं।

आसन के सामान्य नियम :-

आसन का अभ्यास सुबह सुर्योदय से पहले किया जाना उत्तम होता है।
यदि किसी कारण से योगाभ्यास सुबह नही कर  सकते  है दिन मे किसी समय कर सकते हैं।
स्नान आदि नित्य क्रियाओं से निवृत हो कर योगाभ्यास करें।

कौनसे आसन लाभदायी हैं? 

सरलता से किये जाने वाले आसन लाभदायी होते है। कठिन आसन हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए जो आसन आप सरलता से कर सकते हैं, और जिस आसन की स्थिति मे अधिक देर तक रुक सकते हैं, उसका अभ्यास अवश्य करें। 

आसन की सावधानियां :-

• आसन अपनी क्षमता के अनुसार करें।
सरल आसन करें।
बलपूर्वक अभ्यास न करे।
एक आसन करने के बाद दूसरा आसन करने से पहले विश्राम करें।
आसन का अभ्यास करने के बाद प्राणायाम करें।

मुख्य आसन।

विद्यार्थियों के लिये लाभदायी आसन :-

• सूर्य नमस्कार आसन।
• पश्चिमोत्तान आसन।
• भुजंग आसन।
• धनुरासन।
• सर्वांग आसन।
• मत्स्य आसन।
• शवासन।

(देखें :- आसन क्या है?)

प्राणायाम।

आसन का अभ्यास करने के बाद प्राणायाम अवश्य करें। यह श्वसनतंत्र को मजबूत करता है। यह शरीर के लिए ऊर्जादायी होता है। प्राणायाम का अभ्यास विद्यार्थियों की एकाग्रता को बढाता है।

प्राणायाम के सामान्य नियम :- 

प्राणायाम से पहले आसन का अभ्यास अवश्य करें।
पद्मासन की स्थिति मे बैठ कर अभ्यास करना उत्तम है। यदि पद्मासन के स्थिति मे नही बैठ सकते हैं तो किसी आराम दायक पोज मे बैठें।
अपने श्वासों की क्षमता के अनुसार अभ्यास करें।
प्राणायाम अभ्यास के बाद श्वासों को सामान्य करें।

कोनसे प्राणायाम लाभदायी होते हैं?

यह एक श्वसन अभ्यास है। अत: इसको श्वासों की स्थिति के अनुसार किया जाना चाहिये। सरलता से किये जाने वाले प्राणायाम लाभदायी होते हैं। बलपूर्वक तथा कठिन प्राणायाम हानिकारक हो सकते हैं।

प्राणायाम की सावधानियां :

• अपने श्वासों की क्षमता के अनुसार अभ्यास करें।
• नये व्यक्ति आरम्भ मे कुम्भक* का प्रयोग न करें।
(*कुम्भक :- श्वासों को कुछ देर तक रोकने के स्थिति को कुम्भक कहा गया है।)
सरल प्राणायाम करें।

मुख्य प्राणायाम :- विद्यार्थियों के लिये लाभदायी मुख्य प्राणायाम :-

• कपालभाति
• अनुलोम विलोम
• भस्त्रिका प्राणायाम
• भ्रामरी प्राणायाम
• नाड़ी शोधन प्राणायाम

(देखें :- प्राणायाम क्या है?)

लेख सारांश :

विद्यार्थियों के लिये योग ऊर्जादायी होता है। यह शरीर को सुदृढ करता है। तथा स्मरण शक्ति की वृद्धि करता है।


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