स्वास्थ्य के लिये आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है।यह सरल, सुरक्षित तथा सब के लिये है। सभी व्यक्ति अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार इसका अभ्यास कर सकते हैं। लेकिन क्या सभी आसन लाभदायी होते हैं?स्वास्थ्य के लिये सबसे अच्छा योग आसन कौन सा है? प्रस्तुत लेख मे इसके बारे मे विस्तार से बताया जायेगा।
विषय सुची :-
स्वास्थ्य के लिये उत्तम आसन।
योगाभ्यास मे अनेक प्रकार के आसन बताये गये हैं। आसन सभी लाभकारी होते हैं। लेकिन हम सब के शरीर की "क्षमता" और "अवस्था" अलग अलग होती है। इस लिए इनका प्रभाव अलग अलग होता है। कोई आसन किसी एक व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है, वही दूसरे व्यक्ति के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
इनमे कोन सा आसन, लाभदायी है? कौन सा हानिकारक हो सकता है? ये सब जानने से पहले हमे 'आसन' के विषय मे जानना होगा। आसन को महर्षि पतंजलि ने कैसे परिभाषित किया है, आईये पहले इसको समझ लेते हैं।
आसन - पतंजलि के अनुसार।
पतंजलि 'योगसुत्र' मे आसन को परिभाषित करने के लिये एक सुत्र दिया गया है :- स्थिरसुखम् आसनम्। अर्थात् स्थिरता व सुखपूर्वक जिस पोज मे बैठ सकते हैं, वह आसन है। इसका भावार्थ है कि आसन सरलता से तथा सुखपूर्वक किये जाने चहाये।
स्थिरता व सुखपूर्वक आसन कैसे करें, इसका वर्णन लेख मे आगे किया जायेगा।
पतंजलि योग मे उत्तम आसन।
योगसूत्र मे महर्षि पतंजलि ने सम्पूर्ण योग को सुत्रों द्वारा समझाया है। "योगसुत्र" के अनुसार सबसे अच्छा योग आसन वही है जो सुख की अनुभूति दे। पतंजलि-योग मे आसन की परिभाषा मे दो बातें महत्वपूर्ण हैं :-
आसन वही लाभदायी है जो आसानी से किया जाये। जिस आसन की पूर्ण स्थति मे स्थिरता से अधिक देर ठहर सकते हैं, उसी आसन का अभ्यास करना चहाये। आईये इसको और विस्तार से समझ लेते हैं।
स्थिरता क्या है? :- जब योगाभ्यास मे हम कोई 'आसन' करते हैं, तो हमें उसकी पूर्ण स्थिति मे पहुँचने के बाद कुछ देर रुकना चहाए। योगासन का लाभ स्थिति मे रुकने से ही मिलता है। इसी को स्थिरता कहा गया है।
सुख पूर्वक क्या है :- केवल सरल आसन किये जाने चहाये। प्राय: यह समझा जाता है कि कठिन आसन लाभदायी होते हैं। लेकिन यह सही नही है। जो आसन आपको सुख का अनुभव कराये वह लाभदायी होता है।
स्वास्थ्य के लिये लाभदायी आसन।
प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक अवस्था व अवश्यकता अलग अलग होती है। उसी के अनुसार योगाभ्यास किया जाना चहाये। एक आसन किसी के लिये लाभदायी है, तो वही दूसरे के लिये हानिकारक हो सकता है। अब यह प्रश्न पूछा जाता है कि हमे यह कैसे पता चले कि कौन सा आसन लाभदायी है? और कौन सा हानिकारक? आईये इसको समझ लेते हैं।
लाभदायी आसन :-
कठिन आसन लाभदायी होते हैं, यह धारणा गलत है। सभी आसन लाभकारी होते हैं। लेकिन ये अपने शरीर की स्थिति के अनुसार किये जाने चहाएँ। ऐसे आसन स्वास्थ्य के लिये अच्छे होते हैं :-
हानिकारक आसन :-
ये योग आसन शरीर के लिये हानिकारक हो सकते हैं :-
स्वास्थ्य के लिये आसन की सही विधि।
योगाभ्यास करने से पहले अपनी शारीरिक स्थिति का अवलोकन करें। सही आसनों का चयन करें। नियम तथा सही विधि से अभ्यास करें।
देखें :- योगाभ्यास के लिये YogaTips.
सावधानियाँ।
सरलता से किये गये आसन स्वास्थ्य के लिये अच्छे होते हैं। लेकिन इनको सावधानी से किया जाना चहाये।
लेख सार :-
Disclaimer :-
यह लेख चिकित्सा हेतू नही है। योगासन अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही करें। क्षमता से अधिक अभ्यास हानिकारक हो सकता है।