ad-1

Dosplay ad 11may

स्वास्थ्य के लिये आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है।यह सरल, सुरक्षित तथा सब के लिये है। सभी व्यक्ति अपनी शारीरिक क्षमता की अनुसार योग कर सकते हैं। लेकिन स्वास्थ्य के लिये सबसे अच्छा योग आसन कौन सा है? प्रस्तुत लेख मे इसके बारे मे बताया जायेगा।

विषय सुची :-

• पतंजलि के अनुसार उत्तम आसन।
• लाभदायी आसन।
• हानिकारक आसन।
• आसन की सही विधि।
• सावधानियाँ।

स्वास्थ्य के लिये अच्छा योग आसन
pexels photo

स्वास्थ्य के लिये उत्तम आसन।

योगाभ्यास मे अनेक प्रकार के आसन बताये गये हैं। इनमे कोन सा आसन लाभदायी है? कौन सा हानिकारक हो सकता है? ये सब जानने से पहले हमे 'आसन' के विषय मे जानना होगा। आसन को महर्षि पतंजलि ने कैसे परिभाषित किया है, आईये पहले इसको समझ लेते हैं।

आसन - पतंजलि के अनुसार।

पतंजलि 'योगसुत्र' मे आसन को परिभाषित करने के लिये एक सुत्र दिया गया है :- स्थिरसुखम् आसनम्। अर्थात् स्थिरता व सुखपूर्वक जिस पोज मे बैठ सकते हैं, वह आसन है। इसका भावार्थ है कि आसन सरलता से तथा सुखपूर्वक किये जाने चहाये।

स्थिरता व सुखपूर्वक आसन कैसे करें, इसका वर्णन लेख मे आगे किया जायेगा।

पतंजलि योग मे उत्तम आसन।

योगसूत्र मे महर्षि पतंजलि ने सम्पूर्ण योग को सुत्रों द्वारा समझाया है। "योगसुत्र" के अनुसार सबसे अच्छा योग आसन वही है जो सुख की अनुभूति दे। पतंजलि-योग मे आसन की परिभाषा मे दो बातें महत्वपूर्ण हैं :-

1. स्थिरता।
2. सुख पूर्वक।

आसन वही लाभदायी है जो आसानी से किया जाये। जिस आसन की पूर्ण स्थति मे स्थिरता से अधिक देर ठहर सकते हैं, उसी आसन का अभ्यास करना चहाये। आईये इसको और विस्तार से समझ लेते हैं।

स्थिरता क्या है? :- जब योगाभ्यास मे हम कोई 'आसन' करते हैं, तो हमें उसकी पूर्ण स्थिति मे पहुँचने के बाद कुछ देर रुकना चहाए। योगासन का लाभ स्थिति मे रुकने से ही मिलता है। इसी को स्थिरता कहा गया है।

सुख पूर्वक क्या है :- केवल सरल आसन किये जाने चहाये। प्राय: यह समझा जाता है कि कठिन आसन लाभदायी होते हैं। लेकिन यह सही नही है। जो आसन आपको सुख का अनुभव कराये वह लाभदायी होता है।

स्वास्थ्य के लिये लाभदायी आसन।

प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक अवस्था व अवश्यकता अलग अलग होती है। उसी के अनुसार योगाभ्यास किया जाना चहाये। एक आसन किसी के लिये लाभदायी है, तो वही दूसरे के लिये हानिकारक हो सकता है। अब यह प्रश्न पूछा जाता है कि हमे यह कैसे पता चले कि कौन सा आसन लाभदायी है? और कौन सा हानिकारक? आईये इसको समझ लेते हैं।

लाभदायी आसन :- 

कठिन आसन लाभदायी होते हैं, यह धारणा गलत है। सभी आसन लाभकारी होते हैं। लेकिन ये अपने शरीर की स्थिति के अनुसार किये जाने चहाएँ। ऐसे आसन स्वास्थ्य के लिये अच्छे होते हैं :-

• जिस आसन को सरलता से किया जाये।
• जिस आसन को करने मे सुख (आनन्द) की अनभूति हो।
• ऐसा आसन जिसकी पूर्ण स्थिति मे पहुँचने के बाद रुकना अच्छा लगे।
• जिस का अभ्यास करने मे कष्ट न हो।

हानिकारक आसन :- 

ये योग आसन शरीर के लिये हानिकारक हो सकते हैं :-

• कठिन आसन।
• बलपूर्वक किया गया अभ्यास।
• क्षमता से अधिक किया गया अभ्यास।
• जल्दबाजी मे किये गये आसन।
• एकदम या झटके के साथ आसन की स्थिति मे जाना। और झटके के साथ वापिस आना।

स्वास्थ्य के लिये आसन की सही विधि।

योगाभ्यास करने से पहले अपनी शारीरिक स्थिति का अवलोकन करें। सही आसनों का चयन करें। नियम तथा सही विधि से अभ्यास करें।

देखें :- योगाभ्यास के लिये YogaTips.

सही विधि :-
• योग आसन का अभ्यास धीमी गति से आरम्भ करें।
• धीरे-धीरे आसन के पूर्ण स्थिति मे जाँये।
• यदि आसन की पूर्ण स्थिति तक पहुँचने मे परेशानी लगे तो रुक जाँये। और वापिस आ जाँये।
• आसन की पूर्ण स्थिति मे पहुँचने के बाद कुछ देर रुकें।
• क्षमता अनुसार कुछ देर रुकने के बाद, धीरे-धीरे वापिस आ जाँये।
• आसन से वापिस आने के बाद कुछ देर विश्राम करें। इसके बाद अगला आसन करें।
• एक आसन करने के बाद उसका पूरक आसन या विपरीत आसन अवश्य करें।

सावधानियाँ।

सरलता से किये गये आसन स्वास्थ्य के लिये अच्छे होते हैं। लेकिन इनको सावधानी से किया जाना चहाये।

• सही आसन का चयन करें।
• कष्टदायी आसन न करें।
• आसन की पूर्ण स्थिति मे पहुँचने के लिये अनावश्यक बल प्रयोग न करें।
• अपने शरीर की क्षमता से अधिक अभ्यास न करें।
• अगला आसन करने से पहले कुछ देर विश्राम करें।

लेख सार :-

योग आसन अपने शरीर की स्थिति के अनुसार किये जाने चहाये। स्वास्थ्य के लिये सबसे आच्छा आसन वही है जो सरलता से किया जाये। लाभदायी आसन की विशेषताएँ :-
• जिस आसन की स्थिति मे रुकने का मन करे।
• जिस आसन का अभ्यास करने मे सहजता तथा सुख का अनुभव होता है।
• कष्टदायी आसन न करें। ये हानिकारक हो सकते हैं।

Disclaimer :-

यह लेख चिकित्सा हेतू नही है। योगासन अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही करें। क्षमता से अधिक अभ्यास हानिकारक हो सकता है।

Post a Comment